वाणी का प्रयोग करते समय यह अवश्य ख्याल रखा जाए कि मैं जिससे बात करता हूँ वह कोई मशीन नहीं है, रोबोट नहीं है, लोहे का पुतला नहीं है, मनुष्य है | उसके पास दिल है | हर दिल को स्नेह, सहानुभूति, प्रेम और आदर की आवश्यकता होती है | Thought For The Day Thought For The Day Print 380 Rate this article: 3.5 Please login or register to post comments.