काम, क्रोध, लोभ में आकर मैंने कई अयोग्य व्यवहार किये है। क्या मुझे ईश्वर प्राप्ति हो सकती है Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 8409 Article rating: 4.0 Read more
क्या गृहस्थी बहने ईश्वरप्राप्ति के लिए ॐकार की १२० माला कर सकती है ? Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 6774 Article rating: 3.4 Read more
गुरुदेव से सीधा संबंध किस तरह बनाये ? गुरूजी से किस तरह मानसिक बातचीत करे ? Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 6297 Article rating: 3.9 पूज्य बापूजी :~ ध्यानमूलं गुरोमूर्ति: ... Read more
गुरुदेव की सेवा किसे कहते है और कैसे करे ? Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 9687 Article rating: 3.9 Read more
परमात्मप्राप्ति में नियमो का पालन जरुरी है कि सिर्फ परमात्मा के प्रति तड़प बढ़ाने से ही परमात्मप्राप्ति हो सकती है Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 49212 Article rating: 3.8 Read more
पूज्य बापूजी ! ईश्वरप्राप्ति हमारा लक्ष्य है लेकिन व्यवहार में हम भूल जाते है और भटक जाते है। कृपया व्यवहार में भी अपने लक्ष्य को सदैव याद रखने की युक्ति बताये। Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 6971 Article rating: 3.1 Read more
हरि ॐ ! मन एक होते हुए भी बुद्धि,चित्, अहंकार किस प्रकार होते हैं ,कायके लिए होता है ? Admin / Sunday, April 16, 2017 0 10363 Article rating: 3.7 Read more
जगत है ही नहीँ, उसका अनुभव आत्मा को होता है या अहंकार को होता है ? Admin / Sunday, April 16, 2017 0 7690 Article rating: 4.1 पूज्य बापूजी : जगत है भी, जैसे सपना दिख रहा है उस समय सपना है ; ये जगत नहीँ है ऐसा नहीँ लगता । जब सपने में से उठते हैं तब लगता है कि सपने की जगत नहीँ हैं । ऐसे ही अपने आत्मदेव में ठीक से जगते हैं तो ,फिर जगत की सत्यता नहीँ दिखती ; तो बोले जगत नहीँ हैं । Read more
माया का स्वरुप क्या है और माया से कैसे बचना चाहिए ? Admin / Sunday, April 16, 2017 0 12056 Article rating: 3.8 Read more
Admin / Tuesday, June 19, 2012 / Categories: PA-000457-Answers by Ashram Sevak Maine 2003 me sarswat mantra ki diksha li thi ab me sagun mantra ki diksha lena chahta hu. Aap apne najdik ke shahar me jab karyakram ho to diksha le lena OM Previous Article Bapu ji ke charno pe mera vandan mane 1997 me sonipat me ap se diksha li, mai rojana mansik jap hari om ka 120 mala jab se kar raha hun bapu kya mera Next Article I want a good job. What should i do for it? Print 2837 Rate this article: No rating Tags: NULL Please login or register to post comments.
आत्मचिंतन कैसे करना चाहिए ? आत्मसाक्षात्कार हो जाने पर पूरी दुनिया कैसी लगती है ? Admin / Tuesday, May 9, 2017 0 9627 Article rating: 2.3 Read more
निद्रा का व्यवधान क्यों होता है और उसका निराकरण कैसे होता है प्रभु ? Admin / Sunday, April 16, 2017 0 4716 Article rating: 4.3 श्री हरि प्रभु ! चालू सत्संग में जब मन निःसंकल्प अवस्था में विषय से उपराम होकर आने लगता है ,तो प्रायः निद्रा का व्यवधान क्यों होता है और उसका निराकरण कैसे होता है प्रभु ? Read more
ध्यान के समय कैसा भाव होना चाहिए ? Admin / Saturday, March 10, 2012 0 7675 Article rating: No rating ध्यान के समय कैसा भाव होना चाहिए ? करता भाव या द्रष्टा भाव ? Read more
ध्यान की अवस्था में कैसे पहुंचे ? अगर घर की परिस्थिति उसके अनुकूल न हो तो क्या करे ? Admin / Sunday, March 4, 2012 0 2797 Article rating: No rating ध्यान की अवस्था में कैसे पहुंचे ? अगर घर की परिस्थिति उसके अनुकूल न हो तो क्या करे ? Read more
भगवन् ! सम्पूर्णतः नष्ट हुई अविद्या का फिर उदय कैसे होता है ? स्रोतः ऋषि प्रसाद, जनवरी 2017, पृष्ठ संख्या 24,25 अंक 289 Admin / Sunday, November 12, 2017 0 8484 Article rating: 3.3 Read more
गुरुदेव ! सदा और सर्व अवस्थाओ में अद्वैत की भावना करनी चाहिए पर गुरु के साथ अद्वैत की भावना कदापि नही करनी चाहिए - ऐसा जो कहा गया है उसका रहस्य समझाने की कृपा करें। Admin / Sunday, July 16, 2017 0 7258 Article rating: 4.2 1 दिसंबर 2010 निरंतर अंक - 216 Read more
गुरुदेव ! ईश्वर की तरफ जाने की छटपटाहट तो मन मे है पर मन की चंचलता नही जाती। ऐसे में क्या करे कि ईश्वर की तरफ बढ़ चले ? Admin / Sunday, July 16, 2017 0 4232 Article rating: 4.3 1 दिसंबर 2010 निरंतर अंक - 216 Read more
बापूजी ! मैं स्वासोच्छवास में सुमिरन करना चाहती हूँ लेकिन वह मुझसे होता नही है। मैं बहुत कोशिश करती हूँ। कृपया आप कुछ करे। Admin / Sunday, July 16, 2017 0 3334 Article rating: 4.3 1 फरवरी 2012 अंक - 230 Read more
गुरुदेव ! सबकुछ जानते हुए भी मन में संशय उत्पन्न हो जाता है Admin / Sunday, July 16, 2017 0 4861 Article rating: 4.3 1 जनवरी 2011 अंक - 217 प्रश्न :- गुरुदेव ! सबकुछ जानते हुए भी मन मे संशय उत्पन्न हो जाता है। पूज्य बापूजी :- सब कुछ क्या जानते है ? प्रश्नकर्ता :- जैसे कोई सही चीज हो तो उसके विषय मे मन में द्वंद उत्पन्न होने लगता है कि यह ऐसा है कि ऐसा है ? Read more
“देखिये, सुनिए, बुनीये मन माहि, मोह मूल परमार्थ नाही” | इसका मतलब बताइए आप पूज्य श्री - घाटवाले बाबा प्रश्नोत्तरी ४ Admin / Sunday, November 12, 2017 0 4631 Article rating: 4.7 Read more
ब्रह्म का साक्षात्कार किसको होता है ? - पूज्यश्री -घाट वाले बाबा प्रश्नोत्तरी भाग ३ Admin / Sunday, November 12, 2017 0 3791 Article rating: 2.5 Read more
पूज्य श्री - घाटवाले बाबा प्रश्नोत्तरी भाग २ आप कौन हैं बताओ ? ब्रह्म हैं ? Admin / Sunday, November 12, 2017 0 2925 Article rating: No rating Read more
पूज्य श्री - घाट वाले बाबा प्रश्नोत्तरी भाग 1 Admin / Sunday, November 12, 2017 0 4428 Article rating: 4.5 Read more
कैसे जाने की हमारी साधना ठीक हो रही है ? कैसे पता चले के हम भी सही रस्ते है? कौनसा अनुभव हो तो ये माने की हमारी साधना ठीक चल रही है ? पूज्य श्री - सुरेशानंदजी प्रश्नोत्तरी Admin / Sunday, November 12, 2017 0 4265 Article rating: 3.4 Read more